जस्टिस
पार्टी के नेता उदित राज इनके भारतीय जनता पार्टी प्रवेश करने तथा संघ परिवार के
सामने घुटने टेकने की खबर मिली। साथ ही रामविलास पासवान की भाजपा के राजकीय
अखाड़े में जा मिलने और साथ में युती करने खबर ने और चौका दिया। ये दोनों खबरे चौखा देने वाली थी क्योकि ये दोनों तत्वों की
और संघ के हिन्दुवाद को लताडने की बात करनेवाले नेता लगते थे। महाराष्ट्र में रामदास आठवले के
शिवसेना और भाजपा के साथ जाने से और दोस्ती करने से मुझे कोई ताज्जुब नहीं लगा। क्योकि रामदास आठवले हमेशाही
अवसरवादी रहा है।
आंबेडकरवाद आठवले के भेजे में ना कभी गया था, ना कभी जाएगा। वह तो सिर्फ सत्ताधारियोका खिलोना है। ये लोग दलित समाज के वोटो के सिर्फ दलाल है और उससे ज्यादा
कुछ नहीं।
Tuesday, February 25, 2014
Saturday, February 22, 2014
आरक्षण व काही प्रश्न
राहुल
गांधी सध्या जाहीरनाम्यासाठी कांग्रेसी नेत्याकडून जाहीर सूचना मागवीत आहेत. त्या
जाहीर सूचनांचा भाग म्हणून कॉंग्रेसचे सरचिटणीस जनार्दन द्विवेदी यांनी कांग्रेस
पक्षाने आता जातीं आधारित राखीव जागांऐवजी आर्थिक दुर्बलतेच्या आधारे आरक्षणाच्या
तरतुदीचा पुरस्कार करावा अशी मागणी पक्षाकडे केली. जनार्दन द्विवेदी हे सोनिया व
राहुल गांधी यांच्या अंतस्थ गटातील समजले जातात. त्यामुळे कांग्रेसने जाणीवपूर्वक जनार्दन द्विवेदीच्या
माध्यमातून जाती आधारित आरक्षण समाप्त करून आर्थिक आधारावर आरक्षणाची मागणी करने
हे कांग्रेसचे अंतस्थ राजकीय मनसुबे आहेत
हे स्पष्ट होते. जनार्दन द्विवेदीच्या
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