आदिवासीयो की चुनौतिया है बेकरार (बीबीसी न्यूज) येथे क्लिक करा
दुनिया के सबसे क़ीमती बॉक्साइट भंडारों में से एक इन पहाड़ियों के नीचे दबा है और यहां के आदिवासी ज़िंदगी की बुनियादी चुनौतियों से लड़ने में ही लगे हैं.उनकी स्थानीय बोली को समझना उड़िया जानने वाले दुभाषियों के लिए भी आसान नहीं है. लेकिन उनके ख़ूबसूरत चेहरों पर आक्रोश, ग़ुस्सा और डर पढ़ने के लिए भाषा की ज़रूरत नहीं है. मैं गोर्था गांव की उस खंडहर होती इमारत के सामने खड़ा हूं, जहां स्कूल होना था, पर जहां ‘कोई मास्टर नहीं आया’ और जिसका इस्तेमाल इमली सुखाने के लिए होता है. जंगल है, हरा भरा है, पुराने पेड़ हैं, परिंदे हैं, जानवर हैं. पीने के पानी का पक्का इंतज़ाम नहीं है. बिजली के खंभे भी नहीं हैं.
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