क्या अब राहुल गांधी जातीयवादी नहीं है? देखिये राहुल गांधी ने क्या कहा?
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली हार की समीक्षा बैठक में राहुल गांधी ने कहा कि 'मैं ब्राह्रण हूं और पार्टी में महासचिव हूं।' दरअसल हुआ यूं कि समीक्षा बैठक के दौरान राहुल गांधी के सामने सवर्ण नेताओं ने पार्टी पर उनकी अनदेखी का आरोप लगाया तो उन्होंने कहा कि मैं ब्राह्मण हूं और पार्टी में महासचिव हूं।
कांग्रेस जाति के आधार पर देश के सबसे बड़े सूबे में वोट बैंक को मजबूत करने में लगी हुई है। विधानसभा चुनावों में पार्टी की यह कोशिश कुछ खास नहीं कर सकी। यूपी विधानसभा चुनावों पर चर्चा के लिए जब राहुल गांधी ने एक बैठक बुलाई तो सूबे के एक एक नेता ने उच्च जाति/ब्राह्मण का मुद्दा उठाया। कांग्रेस हमेशा ही ब्राह्मणों को अपने परंपरागत वोट बैंक के रूप में देखती है। अब यूपी के कांग्रेसी नेता इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि पार्टी किस तरह से जाति की राजनीति को साधती है। पार्टी में ब्राह्मण नेता कांग्रेस के अल्पसंख्यकों और पिछड़ी जातियों पर ध्यान देने से निराश रहे हैं। कांग्रेस के भीतर अगड़ी जाति, पिछड़ी जाति और दलित कैंप में नेतृत्व का ध्यान अपनी-अपनी तरफ खींचने की होड़ मची हुई है। सूत्रों के मुताबिक, राहुल की समीक्षा बैठक के दौरान नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि जिस तरह से समाजवादी के पास यादव समुदाय और बीएसपी के पास दलितों का बेस वोट बैंक है, उसी तरह से कांग्रेस को भी अपना बेस वोट बैंक तलाशना होगा। अगड़ी जाति के नेताओं को लगता है कि कांग्रेस अपने पारंपरिक वोट बैंक को नज़रअंदाज नहीं कर सकती है। |
Saturday, April 14, 2012
मैं भी ब्राह्रण हूं और पार्टी में महासचिव हूं: राहुल गांधी
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