तामिलनाडू के मंत्री एंव मुख्यमंत्री के
बेटे उदयानिधि स्टॅलिन की सनातन धर्म पर की गई टिपण्णी
मीडिया में सुर्खिया का विषय बन गई है। इतनाही नहीं, उनकी
टिपण्णीपर सनातन धर्म के कुछ बिगड़े साधुओने बड़े हंगामे के साथ उन्हें मारनेपर
बक्षिस देने की घोषणा कर दी। सनातन धर्म की चर्चाओंसे सामान्य हिंदू अधिक संभ्रात
में है, क्योकि उसे लगता है की, मै तो
हिंदू हु, फिर ये सनातन धर्म क्या है? उनके लिए यह एक भ्रामकता विषय बना है.
वास्तव में उसे लगता है, मेरा असली रिश्ता किस धर्म से है?
सनातन से या हिंदू से। इसीलिए सनातन और हिंदू धर्म के वास्तविक
रिश्ते को परखना और समजना जरुरी है। उदयानिधि स्टॅलिनने, "सनातन धर्म को सामाजिक असमानता, भेदभाव, उच्च नीचता, जातियावाद और महिलाओं के अवमूल्यन से
जोड़ा था। उन्होंने, जैसे डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों को
ख़त्म किया जाता है वैसेही सनातन धर्म के असमानतावादी सिद्धांतोंको ख़त्म करने की
बात कही थी। ". लेकिन आरएसएस और उनसे जुड़े संगठनो ने
उदयानिधि के इस टिप्पणी को “नरसंहार” के रूप में प्रक्षेपित किया।